ढीले और लटकते ब्रेस्ट से हैं परेशान? पहले जैसा सुडौल बना सकते हैं
ब्यूटी से लेकर फिटनेस तक महिलाएं अपनी बॉडी को लेकर बेहद कॉशियस रहती हैं। मगर फिर भी उम्र के साथ महिलाओं की ब्रेस्ट में आने वाला ढीलापन उनकी ओवरऑल पर्सनेलिटी को खराब करने का काम करती है। उम्र बढ़ने से लेकर गलत ब्रा पहनने तक यूं तो सैगी ब्रेस्ट होने के कई कारण साबित हो सकते है। अगर आप समय रहते अपनी ब्रेस्ट के आकार को नॉर्मल करने का प्रयास नहीं करती हैं, तो इससे आपके स्तन लटके हुए नज़र आते हैं।
परफेक्ट फिट ब्रेस्ट आपके आत्मविश्वास को बढ़ा सकते हैं। पर अगर ये ढीले पड़ने लगे हैं, तो निराश न हों।
उम्र बढ़ने के साथ महिलाओं को कुछ खास चीजों का अनुभव होता है, उनमें से एक है स्तनों का ढीला होना। यह बदलाव पूरी तरह से स्वाभाविक है और अगर कोई महिला ढीले स्तन नहीं चाहती है और उन्हें रोकने या सुधारने के तरीके खोजना चाहती है तो यह पूरी तरह से समझ में आता है।
ब्रेस्ट शेप का सही रहना आपके अंदर कॉन्फिडेंस पैदा करता है। हालांकी तेजी से वजन कम होना और बढ़ना, लाइफस्टाइल और यहां तक कि आपके बैठने या सोने का तरीका भी ब्रेस्ट की मजबूती को कम करने में मदद कर सकता है। जिसके वजह से ब्रेस्ट काफी लूज और लटक जाती है। कई महिलाएं इस बदलाव को इग्नोर करती हैं तो कुछ सर्जरी का विकल्प चुनती हैं, हालांकि इसकी वजह से कई तरह की परेशानी का सामना करना पड़ता है। आप नेचुरल घरेलू तरीकों को चुन सकते हैं। ये ब्रेस्ट की मजबूती को बनाए रखने में मदद करेंगे।
ढीले ब्रेस्ट महिलाओं को असहज महसूस कराते हैं और उनके आत्मविश्वास को प्रभावित करते हैं। निम्नलिखित कारकों से अवगत होना महत्वपूर्ण है जो ब्रेस्ट के ढीलेपन का कारण बनते हैं-
- हैवी ब्रेस्ट का समय के साथ ढीले पड़ना
- मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल उतार-चढ़ाव
- वजन का कम होना
- एस्ट्रोजेन की कमी
- लगातार स्मोकिंग करने से त्वचा की मजबूती पर असर
- मोटापा
- प्रेग्नेंसी
- ब्रेस्ट कैंसर
- तेज एक्सरसाइज
ढीले स्तन या सैगिंग ब्रेस्ट कई महिलाओं के लिए एक आम चिंता का विषय है। बुढ़ापा, खान-पान की गलत आदतें, फिटनेस का निम्न स्तर आदि स्तनों के प्रकट होने को प्रभावित कर सकते हैं। चिंता की कोई विषय नहीं है, ढीले स्तनों को रोकने और सुधारने के कई तरीके हैं।
अगर आप भी अपने स्तनों की बनावट को लेकर चिंतित हैं, तो आप सही जगह पर हैं। ढीले स्तनों के बारे में अधिक जानने के लिए पढ़ते रहें।




जब किसी स्त्री के स्तन पूरी तरह से अपना आकर नहीं ले पाते या यदि किसी स्त्री के स्तन उभर नहीं पाते और छाती प्लेन सी दिखाई पड़ती है, महिलाओ के इन स्तनों को अविकसित स्तन या छोटे स्तन (Flat breast) कहते है। अविकसित स्तन महिलाओ में कई कारणों से हो सकते है जैसे होर्मोनेस में बदलाव, मासिक श्राव में रूकावट (Menopause), गर्भाशय के समय और यदि किसी बीमारी की दवाई चल रही हो। यदि किसी स्त्री के स्तनों में बदलाव के साथ-साथ गांठे, दर्द और निप्पलो से असामान्य निकास हो रहा है, तो यह लक्षण ब्रैस्ट कैंसर (Breast cancer) के हो सकते है। अविकसित स्तनों या छोटे स्तनों (Flat breast) के होने की मुख्य जड़ को पहचान कर और उन्हें ठीक कर के अविकसित स्तनों को विकसित किया जा सकता है।